कोरोना वायरस (COVID-19) : किया फिर से लौट आया है, और कितना है खतरनाक ?

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By Shimaz Rahmani

कोरोना वायरस (COVID-19) का नाम आते ही हर कोई असहज महसूस करने लगता है, जैसे ही पिछले कुछ दिनों में कोविड -19 के कुछ मांमले सामने आए हर कोई जाना चाह रहा है किया वाकई में कोरोना फिर से वापस आगया है, किया यह उतना ही खतरनाक है जितना पिछली बार वला था, किया lockdown का सिचुएशन फिर से बन सकता है, यह कुछ सवाल हैं जो आम जनता के मन में चलता रहता है, हालांकि एक्सपर्ट्स का कहना है की डरने की जरूरत नहीं है.


कोरोना का वैरिएंट कितना खतरनाक है ?

वैसे तो कोरोना जनवरी से ही भारत में दस्तक दे चूका था, लेकिन आम जनता के बीच में इसकी शायद उतनी बात नहीं हुवी , या ज़ियादा लोगों ने ध्यान भी नहीं दिया, लेकिन पिछले 19 मई के बाद से जैसे ही कोरोना के मरीज़ बढ़ने लगे, लोगों के अंदर थोड़ा बहुत डर भी देखने को मिल रहा है, लेकिन हैल्थ विशेषज्ञक और ICMR की तरफ से कहा गया है की कोरोना के नै वैरिएंट NB.1.8.1 से बहुत डरने की ज़रुरत नहीं है, बस सावधानी बरतने की आवशकता है.

केरल में कोरोना के सब से ज़ियादा मरीज़

भारत के राज्यों में केरल ऐसा राज्य है जहाँ कोरोना के केस सब से जियादा देखने को मिल रहा है, 26 मई 2025 तक कोरोना के ४०३ मामले सामने आए , उसके बाद महाराष्ट्रा जहाँ कोरोना के मरीज़ 209, दिल्ली में 104, गुजरात में 83 कर्नाटका में 47, उप में 15, और बंगाल में 12 मामले सामने आए है।

अब तक कोरोना से 6 लोगों की मौत

ताज़ा जानकारी के अनुसार अब तक कोरोना से मरने वालों की तादाद 6 हो गई है , जिसमें महारष्ट्रा से 3 , केरला से 2 , और कर्नाटका से 1 मरीज़ की जान जा चुकी है.

नए वैरिएंट के लक्षण किया हैं ?

इस बार भी कोरोना के नई मरीज़ों में वही सरे लक्छण देखने को मिल रहे हैं जो पहले हम देख चुके है, गले में दर्द , हलकी खांसी, बुखार, थकान, बदन दर्द, और सीने में जकड़न जैसे लखचन शामिल हैं.
स्वस्थ मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी कर भीड़ बाढ़ वाली जगहों से बचने , और अगर कोई लखचं दिखे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करने, और खुद को आइसोलेट करने, मास्क पहनने, साबुन से हाथ मुंह धुलने व खांसते वक्त मुंह नाक ढांकने को कहा है.


कियों बढ़ रहे हैं कोरोना के मरीज़ ?

मई 2023 में WHO ने महामारी आपातकालीन की घोषणा कर दी थी, और आम जनता इस कोरोना को भूल आकर अपनी अपनी जिन्दी में वयस्थ भी हो गई थी, लेकिन जैसे ही कोरोना के केस बढ़ने लगे, लोग सोचने पर मजबूर हो गए हैं और हर एक की जुबान पे है किया कोरोना फिर से आरहा है ?.
“आज तक” में छपे एक न्यूज़ के अनुसार मुंबई के रहेजा हॉस्पिटल के क्रिटिकल केयर के हेड ” Dr. Sasidharan Sanjith” अब कोविड-19 की जांच ज़्यादातर संक्रामक बीमारियों के टेस्ट पैनल में शामिल हो गई है, इसलिए इसकी पहचान ज्यादा हो रही है। इसके अलावा, लोगों में अब सामान्य सर्दी-खांसी को लेकर भी जागरूकता बढ़ गई है कि यह कोविड-19 हो सकता है, इस वजह से भी मामले ज़्यादा सामने आ रहे हैं।

निष्कर्ष

फिलहाल घबराने की जरूरत नहीं है लेकिन सतर्क रहना बेहद जरूरी है। मास्क पहनें और जरूरी सावधानियां अपनाएं।

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