New Delhi. PNB Scammer Mehul Chuksi को 14000 करोड़ घोटाले के मुख्य आरोपी और भगोड़े व्यवसायी, जिनको भारत लेन की तैयारी चल रही है, एक बार फिर सुर्खियों में हैं। पिछले कुछ दिनों में उनके एक्सट्राडिशन केस में नए विकास सामने आए हैं, जिनसे यह साफ हो गया है कि यह मामला कानूनी और राजनयिक रूप से कितना जटिल है। भारत सरकार ने चोकसी को एंटीगुआ और बारबुडा से वापस लाने के लिए तेजी से कदम उठाए हैं, लेकिन अब तक सफलता नहीं मिली है।
एंटीगुआ की कोर्ट ने दिया नया फैसला
हाल ही में, एंटीगुआ की हाई कोर्ट ने चोकसी के खिलाफ भारत सरकार द्वारा दायर एक्सट्राडिशन याचिका पर सुनवाई को टाल दिया है। कोर्ट ने कहा कि चोकसी की सेहत को लेकर नए मेडिकल प्रमाण पेश किए गए हैं, जिन पर विचार करने के लिए समय चाहिए। चोकसी की टीम ने दावा किया है कि उन्हें दिल की गंभीर बीमारी है और भारत लौटने पर उनकी जान को खतरा हो सकता है। भारतीय अधिकारियों ने इस दावे को “नाटक” बताया है और कहा है कि चोकसी बस समय बर्बाद कर रहे हैं।
भारत-एंटीगुआ के संबंधों में खिंचाव
यह मामला अब दोनों देशों के बीच राजनयिक तनाव का कारण बन गया है। भारत ने एंटीगुआ पर आरोप लगाया है कि वह चोकसी को “सुरक्षित पनाहगाह” दे रहा है। एंटीगुआ ने 2017 में चोकसी को नागरिकता दी थी, जिसके बाद वह वहां रहने लगे। भारत का कहना है कि एंटीगुआ ने उनकी पृष्ठभूमि की जांच करने में लापरवाही बरती। इस बीच, एंटीगुआ के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउन ने हाल में कहा कि वे चोकसी की नागरिकता रद्द करने पर विचार कर रहे हैं, लेकिन इसके लिए कानूनी प्रक्रिया पूरी करनी होगी।

चोकसी का पलटवार: “मैं निर्दोष हूं”
इस बीच, मेहुल चोकसी ने एक वीडियो संदेश जारी कर खुद को बेदाग बताया है। उन्होंने कहा, “मुझ पर लगे सभी आरोप झूठे हैं। यह भारत सरकार की साजिश है क्योंकि मैंने उनकी नीतियों का विरोध किया था।” उन्होंने यह भी दावा किया कि 2018 में उनके अपहरण की कोशिश की गई थी, जिसमें भारतीय एजेंसियों का हाथ था। भारतीय एजेंसियों ने इन आरोपों को “बकवास” करार दिया है।
क्या है PNB Scam किया है ?
यह केस 2018 में सामने आया था, जब PNB ने बताया कि चोकसी और उनके भांजे नीरव मोदी (Neerav Modi) ने फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (LoU) के जरिए 14,000 करोड़ रुपए का घोटाला किया। इसके बाद से चोकसी भारत से भाग गए और एंटीगुआ की नागरिकता ले ली। नीरव मोदी को ब्रिटेन से गिरफ्तार कर भारत लाया जा चुका है, लेकिन चोकसी का मामला अटका हुआ है।
आगे की राह
भारत सरकार ने कहा है कि वह हर संभव कानूनी रास्ता आजमाएगी ताकि चोकसी को सजा मिल सके। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि एंटीगुआ की कानूनी प्रक्रियाएं धीमी हैं और यह केस लंबा खिंच सकता है। इस बीच, चोकसी के वकीलों ने अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों से हस्तक्षेप की गुहार लगाई है।